Wednesday, 8 October 2008

शुभकामना

कलम क्रांति ब्लॉग के माध्यम से मैं हिंदुस्तान के लोगों के साथ अपने विचारों को बांटना चाहती हूँ। मेरे इस विचार में कोई त्रुटी हो तो आप सबके विचारों का स्वागत हैं।

2 comments:

KUNWAR PREETAM said...

आपका ब्लॉग पढ़ते हुए नीरजजी की पंक्तियाँ याद आ गई.
अगर कलम रोकी न गई, इतिहास बदल डालेंगे
इंसान तो क्या हम, दुनिया का भगवान् बदल डालेंगे

बधाई आपके साहस को. माँ सरस्वती आपकी भावनाओं पर हमेशा कृपा बरसायें और आपकी हौसला अफजाई करें. रचेगा सो बचेगा. रचते जाईये, बढ़ते जाईये.
प्रकाश चंडालिया
संपादक-राष्ट्रीय महानगर
कोलकाता
mahanagarindia.blogspot.com

umeshguptablogger.co said...

aacha